छठ पूजा – सुमन्तु मुनि बोले – राजन्! अब आप भगवान् सूर्य को अत्यन्त प्रिय सूर्यषष्ठी व्रत…
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी का माहात्म्य जानने के बाद युधिष्ठिर ने पूछा –…
युधिष्ठिर ने कहा – जनार्दन ! अपरा एकादशी का सारा माहात्य मैंने सुन लिया, अब ज्येष्ठ के…
श्रीकाकभुशुण्डि – Kakabhushundi thought of Shri Ram as an ordinary child? – हे पक्षीराज गरुड़जी! श्री रघुनाथजी…
नोट – इससे पहले आपने जाना कि जब श्रीकाकभुशुण्डि ने श्रीराम को साधारण बच्चा समझा? अब आगे…
नोट – इससे पहले आपने जाना कि जब बाल श्रीराम ने श्रीकाकभुशुण्डि जी को वरदान दिया? अब…
आपके स्वरूप रूपी गारुड़ी (साँप का विष उतारने वाले) के द्वारा भक्तों को सुख देने वाले श्री…
हे सर्पों के शत्रु गरुड़ जी! सुनिए, मैं दीन, मलिन (उदास), दरिद्र और दुःखी होकर उज्जैन गया।…
मैंने आपकी कृपा से श्री रामचंद्रजी के पवित्र गुण समूहों को सुना और शांति प्राप्त की। हे…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ!…