श्री शिव महापुराण में वर्णित द्वादस ज्योतिर्लिंगों के माहात्म्य का वर्णन
जो निर्विकार होते हुए भी अपनी माया से विराट् विश्व का आकार धारण कर लेते हैं, स्वर्ग तथा अपवर्ग जिनके…
जो निर्विकार होते हुए भी अपनी माया से विराट् विश्व का आकार धारण कर लेते हैं, स्वर्ग तथा अपवर्ग जिनके…