जब अर्जुन 12 वर्ष का वनवास भोग रहे थे, उस दौरान उनके 3 विवाह होते हैं. पहला…
अज्ञातवास समाप्त होने के बाद वो सब वापस इन्द्रप्रस्थ लौट आते हैं। इन्द्रप्रस्थ में राज्य पाकर धर्मराज…
Story of Holika and Prahlad – श्री नारद जी ने कहा – दैत्यराज हिरणकश्यपु के चार पुत्र…
ये बात उस समय की जब महाभारत का युद्द समाप्त हो चूका था। युद्ध के बाद युधिष्ठिर…
कार्तिक मास की षष्ठी तिथि का महात्म्य क्या है? Chhath Puja एक समय व्यास जी के शिष्य…
बासुदेव बोले- (सूर्य के) नैमित्तिक पूजन को जो विशेषकर सप्तमी तिथि ग्रहण के समय एवं संक्रान्ति के…
तुलसी माहात्म्य (कार्तिक मास में तुलसी की महिमा) – ब्रह्माजी कहते हैं – कार्तिक मास में जो…
नारदजी ने पूछा – महादेव ! पक्षवर्धिनी तिथि / पक्षवर्धिनी एकादशी कैसी होती है?, जिसका ब्रत करने…
नारद जी बोले–सर्वेश्वर! अब आप विशेष रूप से त्रिस्पृशा नामक ब्रत का वर्णन कीजिये, जिसे सुनकर लोग…
श्री विष्णुपुराण के अंतर्गत केशिध्वज और खांडिक्य की कथा के माध्यम से समझिये बहिरंग साधना और अंतरंग…