महाराज रत्नग्रीव बड़े बुद्धिमान् और जितेन्द्रिय थे, वे स्थान-स्थान पर दीनों, अंधों, दुःखियों तथा पंगुओं को उनकी…
युधिष्ठिर ने कहा – भगवन ! मैंने मोहिनी एकादशी उत्तम व्रत का माहात्म्य सुना। फिर – युधिष्ठिर…
** मास की पहली तिथि को प्रतिपदा कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है।…
छठ पूजा – सुमन्तु मुनि बोले – राजन्! अब आप भगवान् सूर्य को अत्यन्त प्रिय सूर्यषष्ठी व्रत…
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी का माहात्म्य जानने के बाद युधिष्ठिर ने पूछा –…
युधिष्ठिर ने कहा – जनार्दन ! अपरा एकादशी का सारा माहात्य मैंने सुन लिया, अब ज्येष्ठ के…
श्री शिव पुराण माहात्म्य अध्याय – 1 – शौनक जी के साधन विषय प्रश्न करने पर सूत…
जो निर्विकार होते हुए भी अपनी माया से विराट् विश्व का आकार धारण कर लेते हैं, स्वर्ग…
अथ सप्तविंशोSध्याय: (श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण) कुमारीपूजा में निषिद्ध कन्याओं का वर्णन, नवरात्र ब्रत के माहात्म्य के प्रसंग में सुशील…
पार्वतीजी ने कहा – नाथ ! आपने उत्तम वैष्णवधर्म का भलीभाँति वर्णन किया। वास्तव में परमात्मा श्रीविष्णु…