0 Comments 0काकभुशुण्डि कौन है? काक शरीर किस कारण से पाया?आपके स्वरूप रूपी गारुड़ी (साँप का विष उतारने वाले) के द्वारा भक्तों को सुख देने वाले श्री रघुनाथजी ने मुझे…
0 Comments 2भगवान शिव ने काकभुशुण्डि को दिया श्रापहे सर्पों के शत्रु गरुड़ जी! सुनिए, मैं दीन, मलिन (उदास), दरिद्र और दुःखी होकर उज्जैन गया। कुछ काल बीतने…
0 Comments 0ज्ञान और भक्ति में कितना अंतर है?मैंने आपकी कृपा से श्री रामचंद्रजी के पवित्र गुण समूहों को सुना और शांति प्राप्त की। हे प्रभो! अब मैं…