Blog – प्रेम का अर्थ – प्रेम या भक्ति का अर्थ केवल ईश्वर भक्ति से ही नहीं…
अपुत्रोSनेन विधिना सुतां कुर्वीत पुत्रिकाम् । यदपत्यं भवेदस्यां तन् मम स्यात् स्वधाकरम् ॥ ॥१२७॥ अनेन तु विधानेन…
महापुराण डॉट कॉम पर आपको शास्त्र के अनुसार व्रत और त्यौहार के बारे में जानकारी मिलती है।…
भगवान की प्राप्ति के लिए गीता में बताए गए तीन रास्तों का मतलब है – कर्म योग,…
भाव,” “अभाव,” “प्रभाव,” “दुर्भाव,” “समभाव,” “दुष्प्रभाव,” “भेदभाव,” और “कुप्रभाव” हिन्दी शब्द हैं जिनका अर्थ निम्नलिखित है –…
प्रसाद, भंडारा और लंगर से सम्बंधित कई प्रश्न है यह इस ब्लॉग में हमने उन सभी मुख्य…
क्या कभी आपके मन में प्रश्न आया है की क्या हर पत्थर में भगवान् होता है? क्या…
कहानी सार – जिस मनुष्य के पास जिस वस्तु का अभाव हो उस मनुष्य को वह वस्तु…
संस्कृत में – तितिक्षा= हिंदी में – सहनशक्ति वेदांत सार के अनुसार – तितिक्षा का अर्थ गर्मी…