पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ!…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ!…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ!…
मानसिक रोग – पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है,…
अध्याय 6 -7 – शिवपुराण के श्रवण की विधि तथा श्रोताओं के पालन करने योग्य नियमों का…
सक्षिप्त श्री शिव महापुराण >> विद्येश्वर संहिता >> अध्याय 25 >> रुद्राक्ष धारण की महिमा तथा उसके…
अथ षड्विंशोSध्याय: (श्रीमद देवी भागवत महापुराण) नवरात्र व्रत-विधान, कुमारी पूजा में प्रशस्त कन्याओं का वर्णन जनमेजय बोले…
अथ सप्तविंशोSध्याय: (श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण) कुमारीपूजा में निषिद्ध कन्याओं का वर्णन, नवरात्र ब्रत के माहात्म्य के प्रसंग में सुशील…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ!…
अपुत्रोSनेन विधिना सुतां कुर्वीत पुत्रिकाम् । यदपत्यं भवेदस्यां तन् मम स्यात् स्वधाकरम् ॥ ॥१२७॥ अनेन तु विधानेन…