Blog – प्रेम का अर्थ – प्रेम या भक्ति का अर्थ केवल ईश्वर भक्ति से ही नहीं…
उपनिषद
उपनिषद् शब्द का साधारण अर्थ है – ‘समीप उपवेशन’ या ‘समीप बैठना (ब्रह्म विद्या की प्राप्ति के लिए शिष्य का गुरु के पास बैठना)
अगर आप जानना चाहते है कि इस्कॉन परम्परा के लोग और श्रील प्रभुपाद को अपना गुरु मानने…
यहाँ हम शास्त्रों में बताये गए योग, योग के प्रकार और उसके स्वरुप के बारे में जानेगे।…
मुद्गल, सांडिल्य, पिंगला, भिक्षु, सनक और प्रह्लाद जैसे महान ऋषि भगवान हनुमान के पास पहुंचे, जो विष्णु…
अयोध्या के सुंदर शहर में, रत्नों से सुसज्जित 1000 शिखरों वाले मंडप के केंद्र में रत्नजड़ित गुंबद…
श्री शंकराचार्य ने उपनिषद् का अर्थ इस प्रकार किया है – ““उप, नि, षद्” उप का श्रर्थ…
पूर्वकाल में देवताओं और असुरो के साथ संग्राम हुआ, ब्रह्म ने अपनी आज्ञा में चलने वाले और…
आपद्धर्म (=आपद्+धर्म) का अर्थ है विवशता या आपातकल में धर्म से हटकर थोड़ा बहुत कार्य करना, जिसे…
उद्दालक/ वाजश्रवस उपनिषद् युग के श्रेष्ठ तत्ववेत्ताओं में मूर्धन्य चिंतक थे। ये गौतम गोत्रीय अरुणि ऋषि के…