संत और असंत का मर्म, सहज स्वभाव क्या है?
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ! मुझे अपना सेवक जानकर मेरे सात प्रश्नों के…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ! मुझे अपना सेवक जानकर मेरे सात प्रश्नों के…
सूतजी ने कहा – शौनक! म्लेच्छों की विजय होने पर कलि ने उन्हें सम्मानित किया। तदनन्तर सभी दैत्यगण अनेकों जलयानों का निर्माणकर हरिखण्ड में आये।…
अथ सप्तविंशोSध्याय: (श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण) कुमारीपूजा में निषिद्ध कन्याओं का वर्णन, नवरात्र ब्रत के माहात्म्य के प्रसंग में सुशील नामक वणिक् की कथा व्यासजी बोले – हे…
अथ षड्विंशोSध्याय: (श्रीमद देवी भागवत महापुराण) नवरात्र व्रत-विधान, कुमारी पूजा में प्रशस्त कन्याओं का वर्णन जनमेजय बोले – हे द्विजश्रेष्ठ! नवरात्र के आने पर और…
श्रीमददेवीभागवतमहापुराण – अथ त्रिंशोSध्याय: श्रीराम और लक्ष्मणके पास नारदजी का आना और उन्हें नवरात्र व्रत करने का परामर्श देना, श्रीराम के पूछनेपर नारदजी का उनसे…
इंदिरा एकादशी की कथा – इस प्रकार युधिष्ठिर भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की पद्मा एकादशी का माहात्म्य भगवान् श्री कृष्ण से जानने के बाद, उन्होंने…
यहाँ हम जानेगे की – कलयुग की शुरुआत में कैसे माता भक्ति तो एक युवती के रूप में है, लेकिन उनके पुत्र ज्ञान और वैराग्य…
इस काव्य में नरोत्तम दास जी ने श्रीकृष्ण और सुदामा के मिलन का बहुत सुन्दर वर्णन किया है, और सुदामा की दयनीय स्थिति और श्री…
पिछले पेज पर आपने पढ़ा — कि सनकादि ऋषि ने नारद और भक्ति के पुत्रो को प्राचीन इतिहास आत्मदेव की कथा से आत्मदेव के पुत्र धुंधकारी…
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