त्रिविध ताप क्या है – Tritaap
संसार में जन्म लेने वाले सभी मनुष्यों को त्रिविध तापों से गुजरना ही पड़ता है। ये किसी का भी पक्षपात…
संसार में जन्म लेने वाले सभी मनुष्यों को त्रिविध तापों से गुजरना ही पड़ता है। ये किसी का भी पक्षपात…
यहाँ हम जानेगे की आखिर द्रोणाचार्य ने सिर्फ अर्जुन को ही महान धनुर्धर क्यों बनाया? इसके लिए हम शुरुआत करते…
पिछले तृतीय अध्याय में आपने पढ़ा– नारद के द्वारा भक्ति के कष्ट का निवारण का उपाय श्रीमदभागवत – चौथा अध्याय…
प्रेरणादायक कहानी – एक समय की बात है एक ब्राह्मण पर उसकी पत्नी रहते थे| जो सदैव सभी को दान…
एक नगर में निर्धन ब्राह्मण पति-पत्नी रहते थे| ब्राह्मण देव बहुत ही सदाचारी, संतोषी और विद्वान थे परन्तु उनकी पत्नी…
आपद्धर्म (=आपद्+धर्म) का अर्थ है विवशता या आपातकल में धर्म से हटकर थोड़ा बहुत कार्य करना, जिसे आपदा में धर्म…
कहोद, ऋषि, उद्दालक के शिष्य और दामाद। वे ऋषि अष्टावक्र के पिता थे। उद्दालक का एक पुत्र भी था जिसका…
क्या कभी आपके मन में प्रश्न आया है की क्या हर पत्थर में भगवान् होता है? क्या हर पत्थर पूजा…
शास्त्रों के अनुसार हर महीने एक शिव रात्रि होती है, जैसे कि एकदशी होती है। क्युकी एकादशी के एक दिन…
श्रीमद्भागवत के अष्टम स्कन्ध में गजेन्द्र मोक्ष की कथा, (हाथी और मगरमच्छ) गज और ग्राह की कहानी है । द्वितीय…
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