श्री शिव महापुराण में वर्णित द्वादस ज्योतिर्लिंगों के माहात्म्य का वर्णन
जो निर्विकार होते हुए भी अपनी माया से विराट् विश्व का आकार धारण कर लेते हैं, स्वर्ग तथा अपवर्ग जिनके…
जो निर्विकार होते हुए भी अपनी माया से विराट् विश्व का आकार धारण कर लेते हैं, स्वर्ग तथा अपवर्ग जिनके…
विशेष जानकारी – भगवान शिव, श्रीराम के बारे में पौराणिक कथा सुनाते हुए उस समय का वृतांत बताते है, जब…
चतुर्थी-व्रत एवं गणेश जी की कथा तथा सामुद्रिक शास्त्र का संक्षिप्त परिचय सुमन्तु मुनि ने कहा — राजन् ! तृतीया-कल्प…
युधिष्ठिर ने पूछा – मधुसूदन ! श्रावण के शुक्लपक्ष पक्ष में किस नाम की एकादशी होती है? कृपया मेरे सामने…
सक्षिप्त श्री शिव महापुराण >> विद्येश्वर संहिता >> अध्याय 25 >> रुद्राक्ष धारण की महिमा तथा उसके विविध भेदों का…
अध्याय 6 -7 – शिवपुराण के श्रवण की विधि तथा श्रोताओं के पालन करने योग्य नियमों का वर्णन शौनक जी…
श्री शिव पुराण माहात्म्य अध्याय – 1 – शौनक जी के साधन विषय प्रश्न करने पर सूत जी का उन्हें…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ! मुझे अपना सेवक…
पक्षीराज गरुड़जी फिर प्रेम सहित बोले- हे कृपालु! यदि मुझ पर आपका प्रेम है, तो हे नाथ! मुझे अपना सेवक…
You cannot copy content of this page