नारदजी ने पूछा – महादेव ! पक्षवर्धिनी तिथि / पक्षवर्धिनी एकादशी कैसी होती है?, जिसका ब्रत करने…
नारद जी बोले–सर्वेश्वर! अब आप विशेष रूप से त्रिस्पृशा नामक ब्रत का वर्णन कीजिये, जिसे सुनकर लोग…
युश्चिष्ठिर ने पूछा – जनार्दन ! मुझ पर आपका स्नेह है; अतः कृपा करके बताइये। कार्तिक के…